वार के आधार पर जाने किस दिन कौन सा कार्य करना शुभ होता है
हमारे सनातन संस्कृति में सातों वारों का अपना एक अलग ही महत्व है प्रत्येक ग्रह किसी न किसी वार का प्रतिनिधित्व करता है । जैसे कि रविवार का प्रतिनिधित्व सूर्य करता है ठीक वैसे ही सोमवार का महत्व सोम अर्थात चंद्रमा से है और मंगलवार का महत्व मंगल ग्रह से है ठीक इसी प्रकार अन्य ग्रह बुधवार आदि वारों का प्रतिनिधित्व करते हैं। शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक कार्य को करने के लिए उनके ग्रह के आधार पर एक वार निश्चित किया गया है ताकि उक्त कार्य को वार के अनुसार करके समय पर सिद्ध किया जा सके। तो आइए हम जानते है कि किस कार्य को किस दिन किया जाना शुभ होता है।
रविवार को क्या करें- रविवार सूर्य देव का वार माना गया है। इस दिन नवीन गृह प्रवेश ,विज्ञान, इंजीनियरिंग, सेना, उद्योग बिजली, मेडिकल एवं प्रशासनिक शिक्षा उत्तम, नवीन वस्त्र धारण, सोने और तांबे की वस्तुओं के नवीन आभूषण धारण शुभ है। व्यापार संबंधित – राज्य प्रशासनिक कार्य, सेनाधिकारी, औषधि, शस्त्र, अग्नि, अनाज, सोना, तांबा, का क्रय-विक्रय, आयुर्वेद मेडिकल, इलेक्ट्रिकल, मंत्रानुष्ठान, यज्ञादि कार्य किए जा सकते हैं।
सोमवार को क्या करें – सरकारी नौकरी वालों के लिए पद ग्रहण करने के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है।ग्रह शुभारंभ ,लेखनादि कार्य, मेडिकल शिक्षा, सौंदर्य प्रसाधन, औषधि निर्माण व योजना संबंधित, आभूषण धारण, तेल लगाना, हजामत बनाना, नया जूता पहनना शुभ है।
व्यापार संबंधित – कृषि, गाय, भैस, दूध, घी, डेयरी, फार्म, औषधि, तरल पदार्थ, शंख, मोती, धन संपदा, सौंदर्य प्रसाधन, सुगंधित वस्तुओं का क्रय-विक्रय, विदेशी पत्राचार आदि शुभ है।
मंगलवार को क्या करें- मंगल देव के इस दिन विवाद एवं मुकद्दमे से संबंधित कार्य करने चाहिए। बिजली से संबंधित कार्य, सर्जरी की शिक्षा, शस्त्र विद्या सीखना, अग्नि स्पोर्टस, भूगर्भ विज्ञान, दंत चिकित्सा, मुकदमा दायर करना शुभ है।
व्यापार संबंधित – शक्ति, अग्नि एवं बिजली से संबंधित कार्य, बेकरी, स्पोटर्स, सोना, तांबा, मूंगा, पीतलादि का क्रय, सभी प्रकार की धातुओं का क्रय विक्रय करना चाहिए। भूमि, सर्जरी एवं रक्षा सामग्री, संधि विच्छेदादि कार्य।
बुधवार को क्या करें- इस दिन यात्रा करना, मध्यस्थता करना, दलाली, योजना बनाना आदि काम करने चाहिए।गणित, लेखनादि, बौद्धिक कार्य, बैंक, वकालत, तकनीकी हुनर, ज्योतिष, विज्ञान, वाहनादि चलाना सीखना, नवीन वस्त्र धारण, नवीन आभूषण धारण, तेल लगाना विशेष शुभ, हजामत, नया जूता पहनना, मुकदमा दायर करना शुभ है।
व्यापार संबंधित – कृषि एवं व्यापारिक वस्तुओं का क्रय-विक्रय, शेयरों का क्रय, पुस्तक, लेखन प्रकाशन, व्यापारिक लेखा कार्य, शिक्षण, वकालत, शिल्प एवं संपादन कार्य वाहन क्रय-विक्रय आदि कार्य।
गुरुवार को क्या करें – बृहस्पति देव के इस दिन यात्रा, धार्मिक कार्य,विद्याध्ययन और बैंक से संबंधित कार्र्य करना चाहिए।दर्शन-शास्त्र, धर्म मंत्र, ज्योतिष, वकालत, उच्च पद प्रशासनिक, शिक्षा, वैद्यकी कार्य, नवीन वस्त्र धारण, नवीन आभूषण धारण शुभ है। व्यापार संबंधित – धर्मिक अनुष्ठान, उच्च प्रशासनिक कार्य, उच्च शिक्षा के कार्य, आभूषण, औषधि, लकड़ी, भूमि, वाहनादि का लेन-देन, विदेश यात्रादि कार्य।
शुक्रवार को क्या करें – शुक्रवार के दिन गृह प्रवेश, कन्या दान, करने का महत्व है। शुक्र देव भौतिक सुखों के स्वामी है। इसलिए इस दिन सुख भोगने के साधनों का उपयोग करें।नृत्य, वाद्य, गायन, कल, संगीत, एक्टिंग, गीत-काव्य, स्त्रियों एवं सौंदर्य संबंधित, नवीन वस्त्र धारण अतिशुभ, नवीन आभूषण, तेल लगाना, हजामत बनवाना, नया जूता पहनना शुभ है। व्यापार संबंधित – संगीत, सिनेमा, विदेश के कार्य, टेलीविजन, स्त्रियों एवं श्रृंगारित वस्तुओं से संबंधित कार्य, रूई, कपड़ा, बैकिंग, चांदी, जवाहरात, रसायन, शराब, सोडा, सुगंधित द्रव्य, वाहनादि क्रय-विक्रय, खुशबूदार वस्तु, एक्टिंग आदि।
शनिवार को क्या करें- मकान बनाना, गृह प्रवेश, ऑपरेशन, तकनीकी शिल्प कला, मशीनरी संबंधित ज्ञान, अंग्रेजी, उर्दू, फारसी का ज्ञान सीखना, तेल लगाना विशेष शुभ, मुकदमा दायर करना शुभ है।
व्यापार संबंधित – मशीनरी, लोहा, लकड़ी, चमड़ा, सीमेंट, तेल, पेट्रोल, पत्थर, भूमि, ठेकेदारी, शस्त्रों का क्रय-विक्रय, अन्वेषण एवं आप्रेशन कार्य, अधीनस्थ कर्मचारी, वाहनादि प्रयोग, विदेश-यात्रादि कार्य करना शुभ होता है।
प्रेषक:पंडित योगेश पौराणिक (ज्योतिषाचार्य)
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